Best Tourist Places to Visit in Jodhpur of Rajasthan in Hindi
जोधपुर - जोधपुर को Blue City भी कहा जाता है |
1.Mehrangadh Fort
Best Tourist Places to Visit in Jodhpur of Rajasthan in Hindi इस किला का निर्माण सं 1459 में राव जोधा ने करवाया था | यह किला 150 मीटर की ऊंचाई पर एक पहाड़ी पर स्थित है | इस किले में कुल 7 गेट मौजूद है | वर्तमान में इस किले का एक हिंसा संग्राहलय में बदल दिया गया है | जहा पर शाही पालकियों का बड़ा संग्रह मौजूद है | इसके इलावा यहाँ शीश महल , मोती महल और फूल महल को देख सकते है |
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Mehrangadh Fort |
2.Umaid Bhavan Palace
इस पैलेस का नाम इसके संस्थापक महाराजा उम्मैद सिंह ने 1929 में शुरू करवाया था यह महल 1943 में पूरी हुआ था | यह दुनिया भर के बड़े महलो में से एक महल है | इस पैलेस को चित्र पैलेस भी कहा जाता है | यह महल बलुआ पत्थरो से बना हुआ है | यह महल भारतीय औपनिवेशक और डेको कला का आदर्श उद्धरण मन जाता है | आज के समय में इस पैलेस का एक हिस्सा हेरिटेज होटल और बाकि का हिंसा संग्राहलय में प्रवर्तित कर दिया है |
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Umaid Bhavan Palace |
3. Jaswant Thada
जसवंत थड़ा मेहरान गढ़ के बाए और स्थित है जो महाराजा जसवंत सिंह द्व्रितीय ने संगमरमर से बना एक सुन्दर स्मारक है | इसका निर्माण उनके बेटे सरदार सिंह द्वारा (1888 -1895 ) में बनवाया था | इस स्मारक के लिए जोधपुर से 250 किमी दूर मकराना से संगमरमर का पत्थर लाया गया था | Best Tourist Places to Visit in Jodhpur of Rajasthan in Hindi यह स्मारक मंदिर के आकर में बनवाया गया है | Jaswant Thada मढ़वाढ़ के रूप में भी जाना जाता है | Jaswant Thada जसवंत थड़ा के पास ही सरदार सिंह , महाराजा उम्मेद सिंह और महाराजा सुमेर सिंह के स्मारक बने हुए है | इन स्मारकों को बनवाने में तकरीबन 2,84,678 खर्चा लगा था |
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Jaswant Thada |
4. Rao Jodha Desert Park
रओ जोधा डेजर्ट पार्क 72 हेक्टेयर के बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है , जो मेहरानगढ़ का किला के पास में ही स्थित है | इस पार्क का निर्माण सं 2006 में किले के आस पास की | Natural Ecology को रिस्टोर करने के लिए हुआ था , इस पार्क में 250 से भी अधिक जाति के पौधे देखने को मिलते है |
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Rao Jodha Desert Park |
5. Clock Tower-घंटाघर
घंटाघर का निर्माण जोधपुर के महाराजा सरदार सिंह ने 1910 में करवाया 1912 में पूरी तरह बन के तैयार हो गया | यह घंटा घर तीन मंजिला है और 98 फिट ऊँचा है | इस Clock Tower घंटाघर के चारो तरफ 25 - 25 दुकाने है जो की किराए पर दी गई है | पहले इस टावर के ऊपर जाने की अनुमति नहीं थी किन्तु वर्तमान में 10 रूपए टिकट से ऊपर जा सकते है | इस टावर के ऊपर से बाज़ार , शहर और मेहरानगढ़ किले को देख सकते है |
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Clock Tower |
6. Mandore Garden
Best Tourist Places to Visit in Jodhpur of Rajasthan in Hindi मंडोर गार्डन जोधपुर का प्रमुख पर्यटन स्थल माना जाता है | इस मंडोर उद्यान का प्राचीन नाम माण्डवपुर हुआ करता था | पुराने समय में मंडोर उद्यान मेवाड़ राज्य की राजधानी हुआ करती थी | अपने लंबे पत्थर के गलियारों के लिए पुरे देश भर में मशहूर है | यहाँ पर जोधपुर के शासको के स्मारक देखे जा सकते है।,इन सभी समारोको में से महाराजा अजित सिंह का स्मारक सबसे खूबसूरत और आकर्षित है जो की पुरे उद्यान से घिरा हुआ है |
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Mandore Garden |
7. Balsamand Lake
हरे भरे उद्यान से घिरा है जहा पर मोर और गीदड पाये जाते है | यह झील जोधपुर के मंदौर रोड पर स्थित है | बालसमंद लेक पैलेस भी इसी झील के बीच में स्थित है | बालसमंद लेक 1159 में बालाक राव परिवार द्वारा निर्मित करवाया गया जो की जोधपुर के मंदौर रोड पर स्थित है | जिसका इस्तेमाल जोधपुर के शाही परिवार गर्मियों में अपना समय बिताने के लिए किया करते थे | वर्त्तमान में यह जगह जोधपुर के प्रसिद्ध हेरिटेज होटलो में से एक है |
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Balsamand Lake |
8. Maha Mandir
Best Tourist Places to Visit in Jodhpur of Rajasthan in Hindi जोधपुर शहर से 2 किमी की दुरी पर स्थित जोधपुर के बहुत सारे बड़े मंदिरो में से एक है , भगवान शिव को समर्पित यह महामंदिर को 84 स्तंभों पर खड़ा है | मंदिर के आस पास के परिसर में अनेको प्रकार की कलाकृति को दर्शाते हुए विभिन्न प्रकार की कलाकृति ,जटिल आकृति ,जटिल मुद्राओ और परम्परिक रूपांकन से सजाया गया है |
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Maha Mandir |
इस मंदिर के परिसर में कई और प्राचीन मंदिर भी मौजूद है | मंदिर का सबसे हिस्सा शाही वास्तु कला है जो कि बहुत बड़ी संख्या में कला प्रेमियों और पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है | पर्यटक मंदिर में पूजा करने के इलावा , यहाँ सुंदरता , कला और मौजूद सौंदर्य को देखना पसंद करते है |
9. Chamunda Devi Mandir
इस मंदिर का निर्माण सं 1460 में जोधपुर के संस्थापक राव जोधा जी द्वारा किया गया था | माँ चामुंडा को जोधपुर के आस पास के लोग ही मानते थे उनकी पूजा किया करते थे ,1965 के युद्ध के बाद माँ चामुंडा में लोगो का बढ़ता चल गया |
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Chamunda Devi Mandir |
माँ चामुंडा में आस्था रखने का मुख कारण
चामुंडा देवी में आस्था और विश्वास रखने का मुख कारण यह है कि जब 1965 में युद्ध हुआ था तब सबसे पहला निशाना जोधपुर को बनाया गया था | इस युद्ध में जोधपुर वासियो की रक्षा माँ चामुंडा में चील का का रूप प्रगट करके किया था | उसी समय से जोधपुर के लोग माँ चामुंडा में अटूट विश्वास और आस्था रखने लगे और माँ चामुंडा की पूजा करने लगे |
हर साल दशहरे के दिन सूर्यास्त की आरती में चामुंडा देवी मंदिर में बहुत सारे श्रद्धालु आते है | स्थानीय लोग इस मंदिर को जोधपुर का रक्षा कव्ज मानते है | देश विदेश की जानी मानी हस्तियां अपना मांगलिक कार्य यहाँ इस चामुंडा मंदिर में आते है |
10. Machia Biological Park
यह पार्क जोधपुर शहर से 9 किमी की दुरी पर स्थित है | इस पार्क में जंगली बिल्ली , रेगिस्तानी लोमड़ी ,खरगोश और बंदरो का प्राकृतिक निवास है | यह पार्क पक्षी प्रेमियों के लिए बहुत खास जगह है | इस पार्क में एक किला भी मौजूद है | जहा से सूर्यास्त का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है |
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Machia Biological Park |
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